कौशल शिक्षा
केंद्रीय विद्यालय (केवी) सीखने के अपने समग्र दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में कौशल शिक्षा पर जोर देते हैं। केवी विभिन्न पहलों के माध्यम से कौशल विकास को अपने पाठ्यक्रम में एकीकृत करते हैं, जिनमें शामिल हैं:
व्यावसायिक पाठ्यक्रम: केवी छात्रों को करियर के लिए तैयार करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सूचना प्रौद्योगिकी, फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर, लाइब्रेरी साइंस जैसे क्षेत्रों में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षा: छात्र उन परियोजनाओं में संलग्न होते हैं जो महत्वपूर्ण सोच, रचनात्मकता और सहयोग को बढ़ावा देते हैं, जिससे उन्हें वास्तविक दुनिया के परिदृश्यों में कौशल लागू करने में मदद मिलती है।
सह-पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियाँ: केवी खेल, कला और शिल्प में भागीदारी को प्रोत्साहित करते हैं, टीम वर्क, संचार और नेतृत्व जैसे सॉफ्ट कौशल को बढ़ावा देते हैं।
कार्यशालाएँ और सेमिनार: विशेषज्ञों के नेतृत्व में नियमित कार्यशालाएँ छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने और उद्योग-प्रासंगिक कौशल सीखने में मदद करती हैं।
कौशल विकास कार्यक्रम: स्किल इंडिया जैसे सरकारी कार्यक्रमों के साथ जुड़ी पहल छात्रों को आवश्यक कौशल हासिल करने के अवसर प्रदान करती है।
कौशल शिक्षा पर इस फोकस का उद्देश्य रोजगार क्षमता को बढ़ाना और छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है।